Auto driver की ईमानदारी Honesty of driver

करो कुछ ऎसा की सब बने आप जैसा

मेरा नाम रवि मेरी एक छोटी सी फैमली में एक Auto ड्राइवर हूं , मेरा और मेरी फैमली का इसी से गुजरा होता है ।

मेरी पत्नी भी समझदारी से कम पैसों में भी घर को संभाल लेती है ,इसी तरह हमारी लाइफ चल रही थी ,हम सब बहुत खुश भी थे ।

फिर इस कोरोना के वजह से सब कुछ बिगड़ने लगा मेरा ही नहीं बहुत लोगो का नुक़सान हुआ ,बल्कि पूरे देश का नुक़सान हुआ ,जिस Auto की वजह से मेरा घर चलता था वो भी बन्द हो गया ।,,,

हमारी हालत इतनी बुरी थी कि अपने बच्चो को पेट भर खाना भी नहीं खिला पाते थे,,,हर जगह फोन किया थोड़ी मदद मांगी पर किसी ने भी मदद नहीं की ,

रोज भगवान से यही प्रार्थना करता की कहीं से भी थोड़े पैसे आजाते तो कम से कम मेरे बच्चे तो ठीक से खाना खा पाते ।

Auto driver honesty
image Courtesy: dreamstime/@honesty

में बहुत ही परेशान था ,इस लोक डाउन की वजह से कहीं आ जा भी नहीं सकता था। फिर एक दिन अचानक मुझे एक कॉल आता है और वो कहता है कि तुम अपना अकाउंट नंबर दो ।

मुझे लगा किसी ने मजाक किया होगा और मैने फोन काट दिया फिर अगले दिन कॉल आया फिर उसने एकाउंट नंबर मांगा ।मैने भी भरोसा करके नंबर दे दिया ,।

कुछ दिन बाद मेरे एकाउंट में पैसे थे ।मैने भगवान को शुक्रिया किया और उस नम्बर पे कॉल किया और पूछा तुम कौन हो भाई तुमने मुझे पैसे क्यू भेजे ।

तो उस आदमी ने कहा शायद तुम्हे याद नहीं होगा ,आज से छः महीने पहले में तुम्हारी Auto में बैठ कर मुंबई कि ट्रेन पकड़ने जा रहा था ।में ऑटो से उतरा और तुम्हे पैसे दिए और ट्रेन के लिए स्टेशन की और चल दिया।

और वहा जाकर जैसे ही मेने अपने पॉकेट में हाथ डाला तो मेरा फोन नहीं था में यहां वहा सब जगह ढूंढने लगा ,में वहा खड़ी सभी ऑटो में जा कर चेक करने लगा ।

पर मुझे मेरा फोन कहीं नहीं मिला में मन ही मन बहुत गालियां दे रहा था कि ये सभी ऑटो वाले ऎसे ही होते है। समान देखा नहीं की लेके भाग लो ।

उसी के चलते मेरी ट्रेन भी छूट गई , में अपने घर लौट आया तो देखा मेरे घर के पास वहीं ऑटो खड़ी है।

में बहुत गुस्से से ऑटो की और बढ रहा था की उसमे से तुम बाहर निकले और मुझे देख मेरा फोन मुझे दिया और कहा में एक घंटे से यहां किसी का इंतजार कर रहा हूं,कोई तो इस घर का आये तो ने उसे ये फोन दे दू ,

और में इंतजार कर रहा था किसी का फोन भी आये तो में उस बता दू की फोन मेरे पास है। पर ना फोन आया और फोन में लाॅक होने की वजह से में भी किसी को कॉल नहीं लगा सकता था।

ये देख मुझे महसूस हुआ कि इंसानियत अभी भी जिंदा हे तुमने मुझे सिखाया की किसी को भी हम जज नहीं कर सकते ,बस इसी लिए मुझे लगा तुम्हे मदद की जरूरत है ।

में बता नहीं सकता कि तुमने मेरी उस वक्त मदद की जिस वक्त मेरे पास खाने को भी कुछ नहीं था तुम्हारी वजह से मुझे समज आया कि अच्छे कर्म करोगे तुम्हारे साथ भी अच्छा ही होगा ।।।

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