तिरुपुर कुमारन Tirupur kumaran
Tirupur kumaran
कुमारन को तिरुपुर कुमारन भी कहा जाता है! तथा वे (4 अक्टूबर 1904 से 11 जनवरी 1932) तक एक भारतीय क्रांतिकारी रहे थे! जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया था!
कुमारन
जन्म
4 अक्टूबर 1904 में चेनिमलाई, ईरोड, मद्रास प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश इंडिया
मृत्यु
11 जनवरी 1932 (उम्र 27) मेतिरुपुर, मद्रास प्रेसिडेंसी, India
मृत्यु का कारण
स्त्याग्रह के दौरान पुलिस की क्रूरता
राष्ट्रीयता
भारतीय
तिरूपुर कुमारन जी के जीवन की कहानी!
कुमारन जी का जन्म भारत के मद्रास प्रेसिडेंसी, चेन्नई (तमिलनाडु के वर्तमान ईरोड जिला) में चेननिमालाई में हुआ था! उन्होंने देश बंधु युवा संघ की स्थापना भी की और अंग्रेजों के खिलाफ विरोध का प्रदर्शन किया। 11 जनवरी 1932 को ब्रिटिश सरकार के खिलाफ एक विरोध मार्च के दौरान तिरुपुर में नौय्याल नदी के तट पर ही पुलिसवाले के हमलो से बने चोटों के कारण उनकी मृत्यु हो गई! तथा उनकी मृत्यु के समय, उन्होंने हमारे देश की राष्ट्रवादियों का ध्वज पकड़े रहे थे, जो कि अंग्रेजों द्वारा प्रतिबंधित कोडी कथथा ने कुमारन (कुमारन ने ध्वज की रक्षा की) को उकसाया भी लेकिन कुमारा ने झंडा नहीं छोड़ा! और उसी दौरान शहीद कुमारन जी की मृत्यु हो गई!
कुमारन जी के सामान के तौर पर!
अक्टूबर ,2004 में भारत में कुमारन जी की 100 वीं जयंती पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया गया था। तिरुपुर में उनके सम्मान के लिए एक मूर्ति बनाई गई है, जिसे अक्सर सार्वजनिक प्रदर्शनों के लिए एक केंद्र बिंदु के रूप में उपयोग भी किया जाता है।