Titanic, Advocate, Lawyer, School Bus और Railway Station इन चारों से जुड़ी कुछ रोचक बातें।
1. Titanic का मलबा क्यों नहीं निकाला जाता?
Titanic जहाज को समुद्र में डूबे हुए 100 साल से भी ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन फिर भी आज तक उसके मलबे को समुद्र से निकाला नहीं गया।
जब 1985 में Titanic को खोजा गया था। तब इसकी हालत एक जहाज जैसी नहीं थी। जहाज के नाम पर वह एक जर्जर ढांचे से ज्यादा कुछ भी नहीं था।
ऊपर से इस जहाज का 1 लाख 43 हजार टन का वजन और वह भी 3750 मीटर की गहराई में। इतनी गहराई से 1 स्क्वायर सेंटीमीटर के किसी ऑब्जेक्ट को निकालने में ही करीब 392 किलोग्राम का फोर्स चाहिए होता है।
इसीलिए सिधे किसी केबल के जरिए या फिर ट्रेडिशनल तरीकों से इसे बाहर निकालना संभव नहीं था। यह एक चाय में ज्यादा देर तक डूबे हुए बिस्किट उठाने की तरह था।
क्युकि टाइटैनिक से सभी बेशकीमती चीजें निकाल ली गई थी अब वह समुद्र में पड़े किसी जर्जर ढांचे से ज्यादा कुछ भी नहीं है। उसे निकालने में लगने वाले बिलियन औफ डॉलर्स कैसे वसूल होंगे।
टाइटैनिक को निकालने के लिए तर्क वितर्क भी खूब हुआ। लेकिन कुछ भी फाइनल नहीं हो पाया और टाइटेनिक आज भी समुद्र के गहराइयों में दफन है।
2. Advocate और Lawyer में फर्क
क्या आप Advocate और lawyer को एक समझते हैं अगर समझते हैं तो हम आपको बता दें कि इन दोनों में फर्क होता है।
एक Lawyer वह होता है जो या तो लॉयर की पढ़ाई कर रहा होता है या फिर उसके पास लॉ (Law) 1 डिग्री होती है। उसका काम कानूनी मामलों पर सलाह और मदद करना है।लेकिन एडवोकेट बनने के लिए उसे एक कदम और आगे बढ़ना होता है।
क्योंकि उसके पास कोर्ट में अभी लड़ने के लिए परमिशन नहीं होती लेकिन जैसे ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया (Bar Council of India) की परीक्षा पास करके रजिस्टर हो जाता है
उसके बाद वह किसी भी कोर्ट में केस लड़ सकता है और फिर वो एक Advocate कहलाता है। कानूनी सलाह तो आपको एक Lawyer भी दे सकता है। लेकिन केस लड़ने के लिए आपको एक Advocate की मदद लेनी ही पड़ती है।
3. सभी School Bus का रंग पीला क्यों?
दरअसल School Bus का पीला रंग सुरक्षा का प्रतीक माना गया है। ऐसा माना जाता है कि पीला रंग होने से बस दूर से ही देखी जा सकती है। अपने इस रंग के चलते स्कूल बस बारिश या फिर रात के कोहरे में भी आसानी से दिखाई देती है
इसीलिए किसी एक्सीडेंट का खतरा कम हो जाता है। और बच्चे सुरक्षित स्कूल से अपने घर पहुंचते हैं। एक और बात भारत ही नहीं दुनिया के सभी देशों के स्कूल बस का रंग पीला ही होता है।
4. Railway Station के साइन बोर्ड पर समुद्र तल से ऊंचाई क्यों लिखी होती है?
यह तो हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी गोल है। लेकिन इस कारण पृथ्वी की सतह पर थोड़ा थोड़ा करव आता है। और इसीलिए इस जमीन पर किसी भी जगह को पृथ्वी की सतह से नापने के लिए किसी एक ऐसे पॉइंट की जरूरत पड़ती है
जो हमेशा एक समान रहता हो और इस काम के लिए सी लेवल से बेहतर कुछ नहीं हो सकता जो कि समुद्र का लेवल पूरी दुनिया में एक समान रहता है।
इसीलिए दुनिया में किसी भी जगह का हाइट मापने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा Railway Station के साइन बोर्ड पर समुद्र लेवल से ऊंचाई यात्रियों के लिए नहीं लिखी होती।
बल्कि यह जानकारी रेलवे ट्रेन गार्डिया ड्राइवर के लिए होती है। जैसे कि किसी Railway Station की ऊंचाई समुद्र तल से 200 मीटर है, और आने वाला स्टेशन समुद्र तल से 250 मीटर की ऊंचाई पर है तो ड्राइवर आसानी से यह फैसला कर सकता है।
इस 50 मीटर एक्स्ट्रा चढ़ाई को चढ़ने के लिए उसे इंजन में कितने टोर्क की जरूरत पड़ेगी यानी इंजन को कितनी पावर देनी है।
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