भाई यह क्या सुन रहे हैं। हम गाड़ी बिना ड्राइवर के सरपट भागे जा रही है। ओहो क्या हो रहा है। इस गांव में खूनी भूत उत आ गया है। क्या गुरु डरने की कोई बात नहीं है। बात है खुशी मनाने की क्योंकि इसने साइंस लगाई है Driver less Tractor चलाने की
दोस्तों इंडिया में राजस्थान के बारन जिले में और यहां के खेतों में काम करता है एक ऐसा ट्रैक्टर जिसका स्टेरिंग संभालने गियर बदलने और ब्रेक मारने के लिए कोई भी Driver सीट पर नहीं बैठता है।
फिर भी ट्रैक्टर खेत के सारे काम करता है। यह है इंडिया का Driver less Tractor दोस्तों
इस ट्रैक्टर को ड्राइवर लेस बनाने वाला कोई इंजीनियर और और ना ही कोई बहुत बड़े टेक्नीशियन है। बल्कि हाल ही में 12th पास करने वाले योगेश है।
दोस्तों क्या करें इंडिया की मिट्टी ही कुछ ऐसी है। यहां कुछ भी नामुमकिन नहीं है। दिमाग में आईडिय क्या आया अगले दिन उसका प्रैक्टिकल हो जाता है।
योगेश ने भी वही किया। ऐसा रिमोट बनाया जो 1.5 किलोमीटर दूर से भी इस बड़े ट्रैक्टर को कंट्रोल कर सकता है।
योगेश का कहना है कि वह कोटा में पढ़ाई करते थे। फर्स्ट ईयर चल रहा था उनका और इस बीच उन्हें कौन आया कि पिताजी के पेर में थोड़ी दिक्कत होने लगी है।
तो आप आ जाओ। योगेश गांव आया और उसने 2 महीने तक ट्रैक्टर चलाया।
ट्रैक्टर चलाते चलाते एक आईडी आया बोले का आविष्कार इसका भी किया जाए।
उनके पापा ने बोला पहले थोड़ा सैंपल दिखा दे। तो उनके पापा ने उन्हें ₹2000 दिए। उस ₹2000 में जाकर कुछ सामान लेकर आए।
उससे ट्रैक्टर को आगे और पीछे चला कर दिखाएं
उनके पापा को बिलीव हो गया नई अपना लड़का कुछ कर सकता है।
तो उनके पापा ने उनके कुछ दोस्तों से कुछ रिश्तेदारों से इन सब पैसे इकट्ठे किए।
पैसे इकट्ठे करने के बाद उनके पिता ने उन्हें ₹50000 दिए
और कहा कि तू इतने बजट में इसको तैयार कर ले। मेरे पास इतने ही है।
तो लीजिए दोस्तों योगेश लग गए दिन-रात Driver लेस ट्रैक्टर बनाने में
6 महीनों तक इलेक्ट्रॉनिक्स तारों और अपने दिमाग की नसों को कसने के बाद आखिरकार
योगेश ने ऐसा रिमोट बना लिया जो ट्रैक्टर को पूरी तरह से कंट्रोल कर सकता है।
दरअसल ट्रैक्टर में ट्रांसमीटर लगाया गया है।
जो रिमोट कंट्रोल और ट्रैक्टर के बीच कनेक्टर का काम करता है।
ट्रांसमीटर ट्रैक्टर के अलग-अलग पार्ट जैसे ब्रेक क्लच ग्यारस का सिग्नल देता है। और वह काम करते हैं।
जरूरत से ज्यादा रिमोट के इस्तेमाल को हम आलस्य से जोड़कर देखते हैं।
पर योगेश के रिमोट से चलने वाला ट्रैक्टर हमारे किसान भाइयों के लिए वरदान से कम नहीं है।
क्योंकि इससे किसान के ड्राइवर रखने के पैसे बचेंगे। और ट्रैक्टर चलाने में जो मेहनत लगती है।
वह कहीं और इस्तेमाल होगी यू समझीये है win-win सिचुएशन है।
Driver लेस ट्रैक्टर के सक्सेस के बाद योगेश अब इंडियन आर्मी के लिए एक ऐसा टैंक बनाना चाहते हैं
जिससे दुश्मन भी भीड ना पाए
इसके लिए योगेश मेक इन इंडिया इनीशिएटिव के तहत अपने प्रोजेक्ट को अप्रूव और फ्रेंड करवाना चाहते हैं।
योगेश का जिद और जुनून जिसने हमारे सामने पेश किया है एक टेक्निकल अजूबा द Driver लेस ट्रैक्टर
एक बार फिर साबित हो गया कि इंडिया के गांव-गांव में छुपाए टैलेंट।