एक अय्याश राजा की चतुर Rani
कई साल पहले की बात है, एक राजा था जो बहुत ही अय्याश था , वो हर तीन साल में दूसरी शादी करता अपनी Rani को सभी तरह के सुख सुविधा देता था।
लेकिन तीन साल बाद वो अपनी Rani को दुल्हन की तरह त्यार करके उसे डोली में बिठाकर एक ऐसे जंगल में ले जाके छोड़ आता जहा ना खाने के लिए कुछ मिलता ना पीने के लिए मिलता वहां सिर्फ जंगली जानवर जो रानी को अपना खाना बनाते।
उस राजा की अय्याशी उसके राज्य का रिवाज़ बन गया । अब इस रिवाज़ के बारे में दूर दूर तक सभी राज्यो के राजाओं को मालूम था। इसी लिए कोई भी राजा अपनी बेटी की शादी उस राजा के साथ करने को राजी नहीं होता ।
राजा की पाचवी रानी की विदाई हुई ,अब राजा अपने लिए छठी रानी की तलाश में लग गया ,कहीं से भी रिश्ता ना मिलने के कारण राजा बेचैन हो गया ओर उसने अपने मंत्री को आदेश दिया।
गांव में जितनी भी लड़कियां ही उन सभी को दरबार में पेश किया जाय।
सभी लड़कियों को दरबार में लाया गया ,राजा ने उसमे से सबसे सुंदर लड़की को चुना ओर उससे शादी की वो लड़की वहा के रिवाज़ के बारे में जानती थी ,अब वो रानी बन चुकी थी
उसके पास सारे अधिकार थे वो जितनी सुंदर थी उतनी ही चतुर भी थी ।एक दिन रानी ने राजा से कहा में वो जंगल देखना चाहती हूं जहां में तीन साल बाद जाने वाली हूं ,
रानी उस जंगल में गई ,ओर वहा उसने देखा पहले की जितनी भी रानियां इस जंगल में आई हे उनकी हड्डियां। रानी ये सब देख उसने सोचा तीन साल बाद मुझे भी यही आना है।
तो क्यू ना इस जगह को थोड़ा बेहतर बना दू , रानी के पास बस तीन साल थे इतने ही समय में उस बहुत कुछ करने की ठान ली , ताकि अब कोई भी रानी यहां आय उसकी ऐसी दुर्दशा ना हो।
साल की शुरुआत में रानी ने उस जंगल के सारे पेड़ों को कटवा दिया और वहा पूरी साफ सफाई करवा दी ,ओर
वहा घर दुकान स्कूल मंदिर ये सब बनवाने के बाद जो जगह बची थीं।
उसे खेती करने लायक उपजाऊ करवा दिया,ये सब करने में रानी को पूरे तीन साल का समय लग गया,। अब रानी की विदाई का वक्त आ गया ,रानी बहुत ही खुश थी।
राजा ने पूछा आज तुम्हे उस जंगल में छोड़ा जाएगा फिर भी तुम इतनी खुश हो। तुम से पहले जितनी भी रानियों की विदाई हुई सभी यहां से रो कर गई ।
रानी ने कहा मुझसे पहले जितनी भी रानियां थीं वो सब जानती थी कि तीन साल बाद उन्हें ऐशो आराम नहीं मिलने वाला है।
इसीलिए उन्हों ने सिर्फ उस तीन साल के बारे में सोचा ,तीन साल बाद के बारे में कुछ नहीं सोचा । अगर उन्होंने वो सब पहले ही कर दिया होता जो मेने अब किया है ,तो शायद आज वो सब जिंदा होती ।
हमें अपने आज में जीते हुए भी अपने आने वाले कल के बारे मैं भी सोचना चाहिए ।बस अब रानी खुशी खुशी उस जंगल में रहने लगी ,अपनी बाकी की जिंदगी बड़े आराम से बिताने लगी ।
राजा का क्या हुआ उसी तरह एक के बाद एक शादियां करते गया इसी तरह उसकी उम्र खत्म हुई राजा की कहानी और उसका बनाया रिवाज़ भी उसके साथ खत्म हुआ।,😊😊😊😊