आज आप लोग जानेंगे कि! 20 साल में 61 लाख करोड़ खर्च करने के बाद भी अमेरिका जिससे जीत न सका; उस तालिबान की पूरी कहानी क्या है! Taliban
15 अगस्त 2021 तक अफगानिस्तान को कब्जा करने वाला तालिबान की पूरी कहानी! Taliban
सदियों पुरानी एक कहावत है! कि हर दौर में महान योद्धा होते हैं! सच साबित हुई है। जैसे सिकंदर, मुगल, अंग्रेज, सोवियत यूनियन के बाद अमेरिका इसका सबसे ताजा उदाहरण है! मगर अमेरिका ने अफगानिस्तान में 61 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किया तथा! 2300 से ज्यादा अमेरिकी सैनिक मारे गए! फिर भी वैसा शक्तिशाली देश तालिबान का सामना न कर सका! और आखिरकार उसे अफगानिस्तान छोड़ना ही पड़ा! अमेरिका को 20 साल तक छकाने और देश छोड़ने पर मजबूर करने वाले समूह का नाम है- तालिबान समूह Taliban
तालिबान ने अफगानिस्तान के राजधानी काबुल समेत पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया
कुछ दिन पहले यानी 15 अगस्त 2021 को जिस दिन हमारे देश में स्वतंत्रता दिवस था! उसी दिन तक तालिबान ने अफगानिस्तान के राजधानी काबुल समेत पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया! है। अफगानी सेना तालिबान के सामना ना कर पाए और साथ समझौता करने को राजी हो गई है! लोगों द्वारा अफगानिस्तान में एक बार फिर तालिबान की सत्ता तय मानी जा रही है!
आज हम लोग चर्चा करेंगे कि तालिबान का इतिहास क्या है और उसके काम करने का तरीका तथा सोचने का तरीका क्या है इसी के साथ-साथ कमाई का जरिया और अमेरिका से युद्ध और भविष्य के एजेंडा के बारे में भी पूरी तरह से जानेंगे कि आखिर यह सब तालिबान करता कैसे हैं!
सबसे पहले आपको बता दें कि आखिर तालिबान है कौन जो अफगानिस्तान और महा शक्तिशाली देश अमेरिका को हरा दिया!
यह बात है ,1980 के शुरुआती दिनों की! जब अफगानिस्तान देश में सोवियत संघ की सेना आ चुकी थी! उसी के संरक्षण में अफगानिस्तान के सरकार चल रही थी! तथा उस समय कई मुजाहिदीन समूह सेना और सरकार उसके खिलाफ लड़ रहे थे! इन मुजाहिदीनों संघ को अमेरिका और पाकिस्तान से मदद मिलती थी! तब जाकर 1989 तक सोवियत संघ ने अपनी सेना को वापस बुला ली! अब सोवियत संघ के खिलाफ लड़ने वाले लड़ाके अब आपस में ही लड़ने लगे! इन्हीं में से एक लड़ाका मुल्ला मोहम्मद उमर था! उसने कुछ पश्तून युवाओं को साथ लेकर एक तालिबान आंदोलन शुरू किया! वही है तालिबान जो आज पूरी दुनिया उससे डरती है!
2. तालिबान काम कैसे करता है तथा कैसे चलता है!
तालिबान भी वैसे ही चलता है जैसे कि किसी भी देश की सरकार चलती है! इसमें भी पूरे संगठन का एक मुखिया होता है। उसके बाद तीन डिप्टी लीडर (नेता) होते हैं। इन सबकी एक लीडरशिप काउंसिल होती है, जिसे रहबरी शूरा कहते हैं! तथा उसके बाद अलग-अलग विभागों के कमीशन भी होता है! और सभी प्रांतों के लिए अलग-अलग गवर्नर और कमांडर भी नियुक्त किए जाते हैं!
3.तालिबान की विचारधारा क्या है?आखिरकार तालिबान चाहता क्या है?
तालिबान समूह का कहना है कि वह अफ़ग़ानिस्तान देश में अमेरिकी बलों के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय बलों से तब तक लौंडा नहीं छोड़ेगा! जब तक कि अफ़ग़ानिस्तान पर विदेशी ताकतों का कब्ज़ा “पूरी तरह” ख़त्म नहीं हो जाता! यही वजह है कि अमेरिका द्वारा अफ़ग़ानिस्तान से अपने सैनिकों की समूची वापसी के लिए सहमत होने और इस सप्ताह दोहा में अंतर-अफगान शांति वार्ता की शुरुआत के बावजूद भी तालिबान ने अफगान बलों से लड़ना जारी रखा है!
तालिबान क्या चाहता है!
अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद„ तालिबान और अमेरिका के बीच अघोषित रूप से युद्धविराम जारी है! लेकिन तालिबान ने अफगानी सरकार के साथ इस तरह का कोई समझौता नहीं किया गया है. यह स्थिति हमें इस बात का संकेत देती है कि तालिबान सत्ता पाने की मंशा भी रखता है!
तालिबान कितना धनी है? आखिरकार तालिबान कितना कमाता है
तालिबान दुनिया के सामने अपने हिसाब-किताब का कोई ब्योरा प्रकाशित नहीं करता! उसकी सटीक कमाई और संपत्ति का पता लगाना बहुत मुश्किल है! 2016 में फोर्ब्स ने अनुमान लगाया था! कि तालिबान का सालाना कारोबार 2,968 करोड़ रुपए है! तथा रेडियो फ्री यूरोप द्वारा हासिल नाटो की गोपनीय रिपोर्ट के अनुसार ★2019-20 में तालिबान का सालाना बजट करीब 11 हजार करोड़ रुपए था!
5. आखिरकार क्यों अमेरिका और तालिबान में 20 साल चली जंग? Taliban
यह बात है 11 सितंबर 2001 कि जब 19 आतंकियों ने अमेरिका के 4 यात्री विमानों (aeroplane) को हाईजैक किया! इन विमानों में से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर←,1 विमान को पेंटागन तथा 1 विमान अज्ञात जगह में क्रैश करा दिया गया! इस हमले में 2996 लोगों की मौत हो गई! Taliban
इस आतंकी हमले के पीछे अल-कायदा का हाथ था! जिसके कारण अमेरिका ओसामा बिन लादेन के खून का प्यासा हो गया! ओसामा पहले सूडान में छिपा था, उसके बाद अफगानिस्तान में पनाह ली! अमेरिका को इसकी खबर लगी! तो वो अफगानिस्तान पर टूट पड़ा। उस वक्त अफगानिस्तान में तालिबान का शासन था! जिसके कारण अमेरिकी सरकार और सैनिकों को तालिबान का सामना करना पड़ा और उनसे लगातार 20 वर्ष तक युद्ध चलती रही!