India best friend after all Who is? भारत का सबसे अच्छा दोस्त आखिर कौन है?

India best friend after all Who is?

जब भारत को मुश्किल हालात में देख रूस ने पूरी दुनिया को डरा दिया था जिसे आज भी भारत का सबसे अच्छा दोस्त माना जाता है।

रूस जिसने भारत की हमेशा मदद की है हर मुश्किल हालात में उसका साथ दिया है।

आज भले ही भारत के और नए दोस्त बन रहे हैं लेकिन India best friend रूस कि इस दोस्ती को कभी नहीं खोनी होना चाहिए।‌

यह बात साल 1971 की है जब भारत को मुश्किल में देख रूस पूरी दुनिया से लड़ गया था।

साल 1971 में जब बांग्लादेश पाकिस्तान से आजाद नहीं हुआ था और वहां पाकिस्तानी आर्मी का जुर्म जारी था।

भारत और पाकिस्तान की युद्ध स्थिति बन चुकी थी लेकिन शुरुआत कोई नहीं करना चाहता था।

जब पाकिस्तान एयर फोर्स ने 3 दिसंबर 1971 को भारतीय एयरबेस पर सरप्राइस अटैक कर दिया।

पाकिस्तानी एयर फोर्स में भारत के बॉर्डर के 480 किलोमीटर अंदर तक आकर हमला किया जो आगरा तक हुआ था।

इस ऑपरेशन को नाम दिया गया ऑपरेशन चंगेज खान

यह हमला युद्ध से पहले ही भारतीय विमानों को तबाह करने के लिए था लेकिन यह पाकिस्तान की भूल थी।

भारतीय नेवी के सामने पाकिस्तान तो हमेशा ही शहीद होता था। लेकिन अब पाकिस्तान को भारत की ताकत का भी एहसास हुआ

भारत अब ढाका तक अपनी आर्मी पहुंचा देना चाहता था भारत से पाकिस्तान नहीं जीत सकता था। इसलिए वह अमेरिका से शुरू से ही मदद मांग रहा था और अमेरिका ने भी पाकिस्तान का पूरा साथ दिया

सबसे पहले चीन को मनाया की युद्ध की मुश्किल स्थिति में चीन को भी उतरना पड़ेगा।

उसके बाद अमेरिका ने ईरान और जॉर्डन को भी अपने मिलिट्री सप्लाई कर भारत को देने के लिए मना लिया।

उस समय पाकिस्तानी जहाज भारतीय क्षेत्र में नहीं उड़ सकते थे तब श्रीलंका ने अपने ऊपर से उड़ने और तेल भरवाने की इजाजत दे दी।

अब जॉर्डन और लियर भी अपने फाइटर प्लेन मदद के लिए भेजने वाले थे इस तरह अमेरिका ने सभी देशों को भारत के खिलाफ कर दिया था।

उसके बाद अमेरिका ने यूएस एंटरप्राइज एयरक्राफ्ट न्यूयॉर् बैंकॉक में भेज दिया और यूनाइटेड किंगडम के पिंगल को भी भेजने को राजी कर दिया।

इस तरह सभी देश मिलकर भारत को युद्ध में तबाह करने की तैयारी में थे और भारत पूरी तरह अकेला पड़ गया था।

तब भारत का साथ देने के लिए मैदान में लड़ने के लिए खड़ा हुआ भारत का मित्र देश रूस, जब वह सोवियत यूनियन कहलाता था।

रूस ने यूएसए और यूके को बे ऑफ बैंकॉक में रोकने के लिए क्रूस और डिस्ट्रॉयर्स भेज दिए जिसने अमेरिका की एयरक्राफ्ट को यही घेर लिया।

रूस ने साथ ही न्यूक्लियर मरीनस भी भेज दिए ताकि सब की हवा टाइट हो जाए। चीन तो सोवियत यूनियन का नाम सुनते ही सुन्न पड़ गया था।

इसलिए इस पूरे युद्ध में उनके सेना तो क्या कोई भाषण भी नहीं निकला।

वही अरब देश जो पाकिस्तान का साथ दे रहे थे अब दोनों देशों से शांति की अपील करने लगे।

India best friend रूस का कहना था कि अगर कोई और देश युद्ध के लिए आगे बढ़ेगा उसे हम यहीं खड़े मिलेंगे इसके बाद तो पाकिस्तान की हवा 13 दिन में ही निकल गई!

फिर उसके बाद 16 दिसंबर 1971 में भारतीय सैनिक ने पाकिस्तान के 90 हजार सैनिकों को कैद कर लिया और इस तरह बना बांग्लादेश।

इस तरह उस भारत के साथ खड़ा हुआ जब भारत को उसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।

जब भारत पर सबसे मुश्किल समय आया था आज भी अगर कोई देश भारत पर उंगली करता है तो रूस को भारत के साथ खड़ा पाता है।

**Jay hind **

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